चीन में फैलता कोरोना का कहर चीन में कोरोनावायरस का जहर फैलता जा रहा है चीन से शुरू हुई यह महामारी विकराल रूप लेती नजर आ रही हैं। यह बीमारी तेजी से अन्य देशों में फैलती जा रही है इस बीमारी से मरने वालों की संख्या हजारों से बाहर चली गई हैं सूत्रों के हवाले से यह भी माना जा रहा है कि वस्तुतः यह एक रासायनिक जैविक हथियार या जिसका परीक्षण किया गया जिससे कई लोगो यह संक्रमण फैल गया और इसका असर जापान, थाईलैंड, यू.एस. में भी इस गंभीर और घातक बीमारी का असर फैल गया। कोरोनावायरस के बारे में यह कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस को खुद चीन द्वारा बनाया गया है दरअसल चीन कनाडा के सहयोग से एक बायोलाजिकल हथियार बना रहा था । चीन यह हथियार अपने च्4 लैब में बना रहा था जो कि चीन के अंदर वुहान शहर में है।
चीन के ये वैज्ञानिक काफी लंबे समय से काम कर रहे थे चीनी सरकार एक बड़ी साजिश करके कनाडा से एक खास तरह का तत्व तत्व (पार्टिकल) लेकर आई जिस पर काफी समय से काम चल रहा था चीन का उद्देश्य बायोलाजिकल हथियार बनाना था जिससे युद्ध के समय दूसरे देश पर छोड़ा जा सके और वहां की हवा में वायरस ही वायरस फैल जाए और बड़े पैमाने पर लोगों को संक्रमण से क्षति हो बहरहाल चीन के वैज्ञानिक थोड़ा सा चूक गए और वुुहान शहर की लैब में यह वायरस तीव्रता से फैल गया ।
शहर दर शहर देश दर देश इस वायरस संक्रमण से प्रभावित हो रहे है।
ं इलाज
केरोनो वायरस जो चीन के संाईंसदानों की उपज है। वैज्ञानिकों ने शोध से जो इलाज निकाले वे भारतीय संस्कृति सनातन संस्कृति की मान्यता है। चीन ने घोषणा की है कि अगर शवों को जमीन में गाड़ देंगे तो उनके शरीर में क्रोना वायरस या अन्य जो भी बैक्टीरिया होते हैं वे जमीन मंे मिल जाएंगे तथा यह वायरस या बैक्टीरिया कभी नष्ट नहीं होंगे , जल- वायु को प्रदूषित करेंगे इसलिए चीन ने घोषणा कि है की जो लोग भी कोई वायरस से संक्रमित हो जाते हैं उनके शव को जलाकर ही अंतिम संस्कार किया जाए । शव को दाह करना- भारतीय सनातन व वैदिक परंपरा के अनुरूप हैं तथा शवदाह (जलाने) के संस्कार को सबसे उत्तम शवक्रिया मानी जाती हैं।
साथ ही चीन ने घोषणा की है कि मांसाहार से भी यह वायरस तेजी से तथा तीव्रता से फैलता है जिन प्राणियों को मांसाहार से खाया जा रहा हैं वे कई संक्रमण बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं शाकाहार से संक्रमण होने के चांस कम रहते हैं जो वायरस बैक्टीरिया वायुमंडल में फैल गए हैं उनके लिए गोबर का ऊपले पर घी डालकर वायुमंडल में बैक्टीरिया को समाप्त किया जा सकता है इसलिए ही भारतीय ऋषियों ने यज्ञ में श्रेष्ठ कर्म बताया। हाथ मिलाने से, गले मिलने से एक दूसरे को छूने से भी संक्रमण फैलता है अतः इन चीजों से परहेज करना चाहिए इसलिए भारतीय ऋषि हाथ जोड़कर अभिवादन भी करने की परंपरा है आज चीन शवदाह अग्नि संस्कार यज्ञ संस्कृति जैसी भारतीय संस्कृति की परंपराओं को अपना रहा है वह दिन दूर नहीं जब संपूर्ण विश्व में भारतीय वैदिक संस्कृति का लोहा मानेगा ज्योतिषीय कारणों पर विचार करें तो शनि का राशि में मकर राशि में प्रवेश संपूर्ण विश्व में लगभग ढाई वर्ष तक ऐसी स्थिति रहेगी है महामारी भूकंप सुनामी धार्मिक उन्माद तथा युद्ध जैसी स्थिति हो से काफी नुकसान व जनहानि होने की संभावनाएंे व संकेत मिल रहे हैं । शनि 11 मई 2020 को शनि मकर राशि में वक्री होंगे 29 सितंबर शनि वक्री स्थिति में चलायमान रहेंगे यह समय भी विश्व समुदाय के लिए चिंतास्पद स्थितियों से परिपूर्ण रहेगा । 29 सितंबर से शनि वापस मार्गी हो जाएंगे शनि का यह परिभ्रमण चर राशि में तथा पश्चात् कुंभ राशि (स्थिर) राशि में देश और दुनिया के लिए हर मायने से चित्र विचित्र रहेगा। इस सन्दर्भ व्यक्तिगत कुण्ड़लीयो पर तथा व्यक्तिगत ग्रह गोचर पर विचार करना समीचीन न होगा, क्योंकि यह माहमारी हैं, सामुहिक अनिष्ट है, अतः इस सन्दर्भ में समग्र रूप से चिन्तन आवश्यक है।
क्रोना वायरस से रहे सावधान चीन की यात्रा से बचे।
चीन में फैले कोरोना वायरस (जिसे वुहान वायरस भी कहा जा रहा है) को लेकर अब भारत में भी सतर्कता बरती जाने लगी है।
देश की राजधानी दिल्ली समेत मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद, कोच्चि और कोलकाता हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। चीन और हांगकांग से लौटे यात्रियों की थर्मल जांच की जाएगी। यात्रियों को विमान में चढ़ने से पहले सेल्फ रिपोर्टिंग फार्म भरना होगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस संदर्भ में आपात बैठक बुलाई है. इस बैठक में डब्ल्यूएचओ यह तय करेगा कि कोरोना वायरस से फैल रही बीमारी को क्या अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपात काल घोषित करने की जरूरत है या नहीं।
अमरीका में भी वायरस के संक्रमण का एक मामला सामने आया है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि यह शख्स चीन के वुहान से अमरीका आया है।
यह नया कोरोना वायरस दिसंबर महीने में सबसे पहले पकड़ में आया था. लेकिन अब यह चीन की सीमा को पार करके दूसरे देशों में भी पहुंच चुका है।
ताजा मामलों की बात करें तो अमरीका के एक मामले से पहले थाईलैंड में दो और जापान में भी एक मामला सामने आ चुका है। सऊदी के एक अस्पताल में काम करने वाली केरल की नर्स इस जानलेवा वायरस से संक्रमित मिली हैं।
कोरोना वायरस के लक्षण
सिरदर्द,नाक बहना,खांसी, गले में ख़राश, बुखार,अस्वस्थता का अहसास होना, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना,थकान महसूस करना, निमोनिया, फेफड़ों में सूजन
कोरोना वायरस के कारण अमूमन संक्रमित लोगों में सर्दी-जुकाम के लक्षण नजर आते हैं लेकिन असर गंभीर हो तो मौत भी हो सकती है।
साभार अज्ञातदर्शन ज्योतिष पत्रिका